Ashok143
Sunday 4 January 2015
उसकी मुस्कान से पड़ता है मेरी सेहत में फर्क ,
और लोग पूछते है दवा का नाम क्या है !!
धीरे-धीरे सब छोड़ कर चले जाते हैं....
दिसम्बर तो सिर्फ एक महीना था
"कुछ लोगों के लिए मैं हो गया बीता हुआ कल,
जो कभी रखते थे अपनी पलकों पर,
आज कहतें हैं चल दिल से निकल"
वो वादे तेरे रह रह के तडपाते हैं,
तूने ही तो कहा था कि हम कभी जुदा न होंगे।
Saturday 3 January 2015
सब सो गये
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Ashok143
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चाहते हैं वो
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by
Ashok143
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Tuesday 30 December 2014
सब सो गये ख़ुशी ख़ुशी अपना हाल ए दिल बयाँ करके..
अफ़सोस की मेरा कोई नही जो मुझसे कहें तुम जाग क्यों रहे हो...!!
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